Ramanand ke guru kaun the | रामानंद के गुरु कौन थे ?

Ramanand ke guru kaun the :- नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करता हूं आप बिल्कुल ठीक होंगे आपका हार्दिक स्वागत है। हमारे इस लेख में आज के इस लेख के मदद से हम रामानंद के गुरु कौन थे के बारे में जानने वाले हैं।

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जब आप इतिहास के पन्ने को पलटेंगे और कुछ इतिहासकारों के बारे में जानने की कोशिश करेंगे तो उनमें आपको रामानंद का नाम अवश्य सुनने को मिलेगा क्योंकि यह एक 14वीं शताब्दी के प्रसिद्ध रचनाकार और संत थे ।

इनके शिष्य भी कई प्रसिद्ध प्रसिद्ध रचनाकार लिखें और इनके शिष्य काफी आगे तक गए हैं तू इस लेख में हम इन्हीं के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। और जानेंगे कि आखिर रामानंद कौन है और रामानंद के गुरु कौन है तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए।


Ramanand ke guru kaun the | रामानंद के गुरु गुरु कौन थे ?

वास्तव में राघवानन्द ही रामानन्द के गुरु थे और  क्या आपको मालूम है कि रामानंद जी को मध्यकालीन भक्ति आंदोलन का महान संत माना जाता है। कुछ इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि रामानंद जी ने  ग्यारहवी शताब्दी में कृष्णा भक्ति का उपासना किया था और वही आगे चल करके रामभक्ति का रूप लिया। आप जान करके हैरान हो जाएंगे कि रामानंद ही संत कबीर दास के गुरु थे और उन्होंने ही कबीर दास जी को शिक्षा दिया था।


रामानंद कौन थे ?

रामानंद 14वीं शताब्दी के कवि और संत थे और ये  प्राचीन काल के एक रचनाकार भी थे, और यह रचनाकार होने के साथ-साथ गुरु भी थे ऐसा माना जाता है, कि उनके शिष्य का एक सदस्य कबीर दास भी थे और इन्हें महान संत कबीर के गुरु को ही जाना जाता है। रामानंद द्वारा लिखे गए रचनाएं आज भी पढ़े जाते हैं और इनके प्रसिद्ध रचनाए आज भी मौजूद हैं।

कुछ इतिहासकारों का मानना है कि रामानंद जी के 500 से भी अधिक शिष्य से थे मगर रामानंद जी के मुख्य शिष्य 12 ही थे, जिन्हें वह अपनी कुल ज्ञान दिया करते थे। हमने इस टॉपिक में यह तो जान लिया की आखिर रामानंद कौन थे और उनके गुरु कौन थे अब हम अगले टॉपिक में इनके जीवन परिचय के बारे में कुछ जानकारी जानने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं, टॉपिक को


रामानंद का जीवन परिचए | biography of Ramanand in Hindi

कुछ इतिहासकारों के हिसाब से रामानंद जी का जन्म तकरीबन 1299 ईस्वी में हुआ था, इनका जन्म स्थान प्रयागराज था और यहीं पर उन्होंने जन्म लिया था। अगर हम उनके निजी जीवन के बारे में बात करें तो उनके माता जी का नाम सुशीला देवी था और इनके पिता जी का नाम पुण्य सदन शर्मा था।

रामानंद जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा काशी श्रीमठ पर प्रदान की थी। रामानंद जी के गुरु का नाम राघवनंद था और इन्होंने ही इनको बढ़ाया था। वैसे तो इन्होंने अपने जीवन काल में बहुत सारे छात्र और छात्राओं को पढ़ाया मगर इनमें से इनका प्रमुख दो ही छात्र थे जिनका नाम रैदास, कबीर है।

रामानंद जी का आराध्या राम था और इनका कार्य क्षेत्र बनारस था और उन्होंने अपने जीवन काल में जितने भी काम किए वह बनारस के अगल-बगल क्षेत्रों में किए थे। ऐसा माना जाता है कि रामानंद ने कुरीतियों को दूर करने जिसे, जाति-पाति छुआछूत ऊंच-नीच जिसे भावनाओं को लोगे के बीच से दूर करने में अपना योगदान दिया।

कुछ दिनों इसी तरह से समय बिताने के बाद रामानंद जी की मृत्यु तकरीबन 1411 ईसवी में हो चुकी थी और ऐसा माना जाता है कि उनका जीवनकाल लगभग 111 साल का रहा था।


रामानंद की प्रमुख रचनाएं

दोस्तों हमने ऊपर के टॉपिक में जाना कि आखिर रामानंद के गुरु कौन थे और रामानंद कौन थे और हमने रामानंद जी के जीवन परिचय के बारे में भी जाना अब हम जानेंगे की आखिरी रामानंद जी ने अपने जीवन में कौन से प्रमुख प्रमुख रचनाएं दिए हैं।

दोस्तों अगर हम रामानंद जी के रचनाएं के बारे में बात करें तो इन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे प्रमुख प्रमुख रचनाएं दीए हैं। जिनका उपयोग और उल्लेख आज की भी किताबों में मिलते हैं और इनके लिखे गए रचनाएं आज भी पढ़े जाते हैं तो चलिए अब हम इनके दिए गए रचनाएं के बारे में जान लेते हैं।

1. वैष्णवमताब्ज भास्कर: ये रचना संस्कृत भाषा मे था।

2. श्रीरामार्चनपद्धतिः ये रचना संस्कृत भाषा मे था।

3. रामरक्षास्तोत्र  ये रचना हिंदी भाषा मे था।

4.  सिद्धान्तपटल ये रचना हिंदी भाषा मे था।

5.  ज्ञानलीला ये रचना हिंदी भाषा मे था।

6. ज्ञानतिलक ये रचना हिंदी भाषा मे था।

7. योगचिन्तामणि ये रचना हिंदी भाषा मे था।

8. सतनामी पन्थ ये रचना हिंदी भाषा मे था।


FAQ,s

Q1. रामानंद जी के कितने शिष्य थे? 

Ans. रामानंद जी के कुल 12 शिष्य थे जिन्हें वह पढ़ाया करते थे और उन 12 शिष्यों का नाम कुछ इस प्रकार से है। अनंतानंद, भावानंद, नाभा दास, नरहर्यानंद, पीपा, सेन नाई, धन्ना, सुखानंद, कबीर, रैदास, सुरसरी, पदमावती, इत्यादि।

Q2. संत रामानंद कौन है?

Ans. संत रामानंद तकरीबन 14 वीं शताब्दी के वैष्णव भक्ति कवि संत थे। कुछ इतिहासकारों का ऐसा मानना है कि रामानंद गंगा बेसिन यानी कि बनारस के क्षेत्रों में रहा करते थे। हिंदू परंपरा के लोग और हिंदू परंपरा के संस्कृति उन्हें रामानंदी संप्रदाय के संस्थापक के रूप में जानती है।

Q3. रामानंद के दीक्षा गुरु कौन थे?

Ans. रामानंद के दीक्षा गुरु भी राघवनंद ही थे।
Q4. रामानंद का जन्म कब और कहां हुआ था?
Ans. रामानंद जी का जन्म तकरीबन 1299 ईस्वी में हुआ था, और इनका जन्म स्थान प्रयागराज को माना जाता है।
Q5. रामानन्द के शिष्य का क्या नाम है?
Ans. रामानन्द के शिष्य का नाम कुछ इस प्रकार से था। अनंतानंद, भावानंद, नाभा दास, नरहर्यानंद, पीपा, सेन नाई, धन्ना, सुखानंद, कबीर, रैदास, सुरसरी, पदमावती, इत्यादि।

( अंतिम शब्द )

दोस्तो आशा करता हूं कि आपको मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से वह सभी जानकारियों को प्राप्त कर चुके होंगे जिसके लिए आप हमारे वेबसाइट पर आए थे।

हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको रामानंद के गुरु कौन थे के बारे में बताने की कोशिश की है और उम्मीद भी है कि आप हमारे इस लेख को पढ़ करके संतुष्ट होंगे और रामानंद से जुड़ी हर एक जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे।

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