Kis varsh shikshak divas sarvpratham manaya gaya tha

kis varsh shikshak divas sarvpratham manaya gaya tha :- दोस्तों आप लोग बचपन में तो शिक्षक दिवस अवश्य मनाए होंगे मगर क्या आपको मालूम है कि शिक्षक दिवस किस वर्ष को सर्वप्रथम मनाया गया था और शिक्षक दिवस क्या है और शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है ।

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अगर आप का जवाब ना है तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहिए क्योंकि इस लेख में हम शिक्षक दिवस से जुड़ी जानकारी आपको देने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए।


किस वर्ष शिक्षक दिवस सर्वप्रथम मनाया गया था ?

सर्वप्रथम पहली बार शिक्षक दिवस 5 सितंबर वर्ष 1962 को मनाया गया था। फिर भी इस वर्ष के बाद हर वर्ष शिक्षक दिवस इसी दिन को मनाया जाने लगा और यह काफी प्रचलित हो गया था। इस बच्चे अपने टीचर के प्रति प्यार को दर्शाते थे और शिक्षक अपने बच्चों के प्रति अपना प्यार को दर्शाते थे।

शिक्षक दिवस हर साल मनाने के पीछे डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का अहम भूमिका है। क्योंकि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी उस समय बहुत ही शिक्षकों हुआ करते थे और उन्हें छात्रों द्वारा बहुत प्रेम जाता था, ऐसा माना जाता है कि उन्होंने अपने जीवन के 40 वर्ष छात्रों के अध्ययन के लिए दिया।

कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि शिक्षक दिवस डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के याद में मनाया जाता है और कुछ लोगों का ऐसा कहना है कि इस दिन डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्ण जी का जन्म हुआ था। इसलिए शिक्षक दिवस मनाया जाता है हालांकि दोनों बात बिल्कुल सही है लोग इनके याद में और इनके जन्म दिवस के रूप में ही शिक्षक दिवस मनाया करते है।


शिक्षक दिवस क्या है ?

हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि शिक्षक दिवस (गुरुओं) के आदर और सम्मान में मनाया जाने वाला एक दिवस या कहे तो दिन है । इस शिक्षक दिवस को बहुत से देशों में अलग अलग नाम और अलग अलग तारीखों को मनाया जाता है। शिक्षक दिवस को अंग्रेजी में Teachers Day कहा जाता है।

जैंसे father के सम्मान में father’s day mothers के सम्मान में Mother’s Day  मनाया जाता है ठीक उसी प्रकार से ही शिक्षकों के सम्मान में Teachers Day यानी (शिक्षक दिवस) मनाया जाता है। अलग-अलग देशों में शिक्षक दिवस मनाने के पीछे अलग-अलग परंपराएं हैं और अलग-अलग तौर तरीके है।

मगर भारत में शिक्षक दिवस मनाने की बात की जाए तो यह हमारे इतिहास काल से ही चलता आया है, लोग अपने गुरुओं को देवता के समान पूछते हैं। क्या आपको मालूम है कि, भारत देश में हिन्दू धर्म के लोगों के द्वारा शिक्षक दिवस के अलावा गुरुओं के सम्मान हेतु गुरु पूर्णिमा भी मनाई जाती है, यह बात काफी कम लोगो को मालूम होगा। शिक्षक दिवस गुरु और छात्र के प्रेम को दर्शाता है।


शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है ?

दोस्तों हमने ऊपर के टॉपिक में जाना कि किस वर्ष शिक्षक दिवस सर्वप्रथम मनाया गया था और शिक्षक दिवस क्या है। अब हम इस टॉपिक के माध्यम से जानेंगे कि आखिर शिक्षक दिवस कब मनाया जाता है तो चलिए शुरू करते हैं इस टॉपिक को बिना देरी किए हुए।

हर वर्ष के 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। भारत देश में शिक्षक दिवस मनाने के पीछे एक रोचक कहानी है हालांकि इतिहास गवाह है कि भारत के लोग अपने गुरुओं को देवता समान पूज्यते आ रहे हैं। लेकिन इन्हें एक खास दिन को उनके सम्मान के रूप में मनाया नहीं जाता था मगर 1962 के तहत इसे सर्वजनिक मनाया जाने लगा और हर लोग हर एक छात्र अपने शिक्षक के लिए शिक्षक दिवस अब मनाने लगा।

शिक्षक दिवस लोग अपने हिसाब से शिक्षकों के लिए मनाते हैं। हालांकि कुछ स्कूल में छात्र अपने शिक्षक के लिए कुछ आयोजन करते हैं और उन्हें प्रदर्शन करके खुश रखते हैं। 

कुछ छात्र अपने शिक्षक के लिए एक अनोखी गिफ्ट देते हैं ताकि वह उन्हें याद रखें और शिक्षक भी शिक्षक दिवस के दिन अपने छात्रों को एक नई राह पर चलने की सलाह देते हैं, और जीवन में कुछ अच्छा करने की प्रेरणा देते हैं।

कई बड़े-बड़े स्कूल में शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों द्वारा केक भी कटवाया जाता है और इस दिन छात्र अपने शिक्षक को भेंट देते हैं। तो दोस्तों कुछ इस तरह से भी शिक्षक दिवस मनाया जाता है।


शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है ?

आप अगर इस लेख को को ऊपर से पढ़ रहे होंगे तो आपको इतना तो मालूम चल चुका होगा कि शिक्षक दिवस गुरुओं के सम्मान के लिए मनाया जाता है मगर भारत देश में शिक्षक दिवस मनाने के पीछे एक रोचक कहानी है ।

हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि  सर्वपल्ली राधा कृष्ण नामक व्यक्ति एक बहुत बड़े शिक्षक थे और इनके बारे में ऐसा माना जाता है कि यह काफी गरीब परिवार से संबंध रखते थे और 12 वर्ष की आयु में ही बाइबिल और विवेकानंद के मार्गदर्शन को पढ़ चुके थे।

वह अपने जीवन के आधा से ज्यादा समय अध्यापन के लिए दिए थे और उन्होंने अपने आधे जीवन को बच्चों को पढ़ाने में समर्पित कर दिया था। यह शिक्षा के ऊपर बड़े ही अटूट विश्वास रखते थे और ऐसा कह नाम था इनका कि अगर कोई बच्चा पड़ेगा ।

और उसे अच्छा शिक्षा मिलेगा तो वह जीवन में अवश्य सफल होगा। डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को किताबों से गहरा प्रेम था। ऐसा माना जाता है कि भारत की शिक्षा पद्धति और राजनीतिक शैली में इनका बहुत बड़ा योगदान रहा है।

एक बार की बात है कुछ दिनों के बाद डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जन्मदिन आने वाली थी उनके छात्रों और उनके दोस्तों ने पूछा कि, आपका जन्मदिवस की तरह से मनाया जाए तो जवाब के रूप में डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्ण जी ने कहा कि मेरे जीवन दिन को एक शिक्षक दिवस के रूप से मनाया जाए तो मुझे बहुत ज्यादा गर्व होगा ।

और इस बात को ध्यान में मद्दे नजर रखते हुए और शिक्षा पर एक जोर देते हुए उनके जन्म दिवस के दिन शिक्षक दिवस मनाया जाने लगा और वह बहुत ज्यादा प्रचलित हो गया। हर साल लोग 5 सितंबर यानी डॉक्टर सर्वपल्ली  जी के जन्म दिवस के दिन शिक्षक दिवस मनाते हैं।


FAQ,s

Q1. किस वर्ष शिक्षक दिवस सर्वप्रथम मनाया गया था ?

Ans. 5 सितंबर वर्ष 1962 को शिक्षक दिवस सर्वप्रथम मनाया गया था।

Q2. 5 सितंबर शिक्षक दिवस क्यों मनाया जाता है ?

Ans. गुरुओं के सम्मान के लिए और सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस के अवसर पर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
Q3. शिक्षक दिवस का क्या महत्व है ?
Ans. शिक्षक दिवस का महत्व हमारे इतिहास से जुड़ा हुआ है हम आपकी जानकारी के लिए बता दें, भारत मे प्राचीन काल से ही छात्र अपने गुरुओं को देवता समान पूजते आ रहे हैं । और उसे एक दिन एक निर्धारित दिन बनाया गया है जिसे शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है हालांकि इसके पीछे भी एक रोचक कहानी है हमने आपको ऊपर में बता रखा है।

Q4. 5 अक्टूबर को किसकी जयंती है? 

Ans. 5 अक्टूबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को मनाया जाता है।

[ Conclusion, निष्कर्ष ]

उम्मीद करता हूं, कि आप को मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से  किस वर्ष शिक्षक दिवस सर्वप्रथम मनाया गया था , के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे। हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको शिक्षक दिवस, के बारे में बताने की कोशिश की है।

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