Bhagat singh ka janm kab hua tha | जानिए:- भगत सिंह के जन्म के बारे मे

Bhagat singh ka janm kab hua tha :- दोस्तों जब आप हमारे देश भारत के आजादी का इतिहास पढ़ेंगे तो उसमें आपको वीर भगत सिंह का नाम अवश्य सुनने को मिलेगा और हो सकता है कि आप वीर भगत सिंह का नाम पहले भी सुन चुके होंगे मगर क्या आपको मालूम है,

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कि वीर भगत सिंह का जन्म कब हुआ था और भगत सिंह कौन थे और भगत सिंह की जीवन परिचय क्या रही है और उनका हमारे देश में क्या योगदान है। अगर आपका जवाब ना है तो आप हमारे इस लेख के साथ अंत तक बने रहिए ।

क्योंकि इस लेख में हम इसी पर विचार विमर्श करने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं इस लेख को बिना देरी किए हुए।


Bhagat singh ka janm kab hua tha | भगत सिंह का जन्म कब और कहाँ हुआ था ?

28 सितंबर 1960 को वीर भगत सिंह का जन्म हुआ था। अगर हम वीर भगत सिंह के जन्म स्थान के बारे में बात करें तो इनका जन्म लायलपुर ज़िले में इस्थित बंगा गांव में हुआ था, मगर अब यह क्षेत्र पाकिस्तान के अंतर्गत आता है। कुछ ऐतिहासकारो का ऐसा मानना है कि, भगत सिंह का पैतृक गांव खट्कड़ कलां है जो भारत के पंजाब राज्य में इस्थित है।


भगत सिंह कौन थे ?

भगत सिंह बहुत ही महान व्यक्ति थे इनके कर्मों और देशभक्ति के वजह से इन्हें आज भी एक शहीद भगत सिंह माना जाता है और इन्हें वीर भगत सिंह के नाम से भी जाना जाता है। वीर भगत सिंह ने अपने मातृभूमि के लिए अपना जान तक कुर्बान कर दिया था।

जब आप भारत देश के आजादी का इतिहास का पन्ना पलट कर पड़ेंगे तो उसमें आपको इनका वर्णन विशेष रूप से मिलेगा, क्योंकि इन्होंने भारत के आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

भले ही वीर भगत सिंह हमारे बीच आज नहीं है मगर इनकी बहादुरी की चर्चा आज भी की जाती है और दाग दिया जाता है कि इन जैसा देश भक्त कोई नहीं हो सकता है।

भगत सिंह सीख जाति के बंदे थे और जिस दिन इनका जन्म हुआ था ठीक उसी दिन इनके पिताजी और इनके चाचा जी जेल से रिहा हुए थे।

ऐसा माना जाता है कि इनके परिवार में इनके पिताजी और इनके चाचा जी बहुत बड़े स्वतंत्र सेनानी थे।और इन्हीं सभी लोगों से प्रेरित होकर के वीर भगत जी भी स्वतंत्र सेनानी बने थे। खैर इनकी जीवनकाल बहुत छोटी रही थी मगर इन्होंने अपनी छोटी सी जिंदगी में बहुत बड़ा नाम किया था।


भगत सिंह की जीवन परिचय | भगत सिंह का इतिहास

दोस्तों हमने ऊपर के टॉपिक में जाना कि वीर भगत सिंह का जन्म कहां हुआ था और वीर भगत सिंह कौन थे। अब हम इस टॉपिक के माध्यम से जानेंगे कि आखिर वीर भगत जी की जीवन परिचय क्या रही है तो चलिए शुरू करते हैं इस टॉपिक को बिना देरी किए हुए।

 बिर भगत सिंह का जन्म सिख परिवार में 28 सितंबर 1907 को हुवा था। इनका जन्म स्थान ग्राम बंगा, तहसील जरनवाला, जिला लायलपुर था जो अभी  पंजाब में इस्थित है।अगर हम उनके निजी जीवन के बारे में बात करें तो, बिर भगत सिंह के पिता का नाम सरदार किशन सिंह सिन्धु था और उनके माता जी का नाम विद्यावती कौर था।

इन सभी के अलावा उनके कुछ भाई-बहन भी थे जिनका नाम कुछ इस प्रकार से था।  कुलतार, राजिंदर, कुलबीर, जगत, रणवीर, प्रकाश कौर, अमर कौर, शकुंतला कौर। इन्होंने अपने प्रारंभिक शिक्षा डी.ए.वी. हाई स्कूल, लाहौर, नेशनल कॉलेज, लाहौर से प्राप्त की थी।

भगत सिंह अपने जीवन में बहुत सारे आंदोलन किए और उसका भागीदारी भी बने मगर उन को सबसे ज्यादा दुख जलियांवाला बाग हत्याकांड में हुआ था । क्योंकि जब जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था तब वह महज 12 सालों के थे और उनके सामने ही जलियांवाला बाग हत्याकांड में हजारों के कतार में खड़े भारतीए को गोलियों से भून दिया गया था ।

और उन्हें मार दिया गया था इस बात से उन्हें काफी ज्यादा ठेस पहुंची थी।  और वह इस बात को अपने दिमाग में बैठा चुके थे और महज 14 वर्ष की उम्र से ही वह स्वतंत्र सेनानी बनने की कोशिश कर रहे थे और धीरे-धीरे करके स्वतंत्र के कामो में हाथ बटा रहे थे।

चौरी चौरा हत्याकांड के बाद वीर भगत सिंह को काफी ज्यादा दुख हुआ और वह अपने स्वतंत्र सेनानियों के मौत का बदला लेने के लिए अब धीरे-धीरे एक नई संगठन तैयार करने में लग गए थे और इस संगठन का मुख्य उद्देश्य था ईट का जवाब पत्थर से अंग्रेजों को देना।

वह अभी लोगों को एकजुट ही कर रहे थे तब उन्हें ब्रिटिश सरकार द्वारा जेल में बंद करवा दिया गया और उनके ऊपर आरोप लगाया गया कि वह लाहौर बम धमाका में शामिल थे। मगर जेल में बंद होने के महज 5 हफ्तों के बाद ही वह जेल से रिहा हो गए थे।

उनके आजाद होने के कुछ दिन बाद ही अंग्रेजी सरकार मजदूरों के लिए एक बिल पारित कर रही थी और वह बिल चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह के दल के नेताओं को बिल्कुल भी पसंद नहीं थी।  उन्होंने उसका विरोध करने के लिए भगत सिंह और उनके साथी बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली के केंद्रीय असेंबली में 8 अप्रैल 1929 को बम फेंक दिया।

बम फेंकने का मुख्य उद्देश्य लोगों को मारना नहीं था बल्कि बम के जोरदार आवाज से ब्रिटिश सरकार को डराना था। बम फेंकने के जुर्म में भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव सिंह ने अपने से पुलिस को अपने हवाले कर दिया और जुर्म कबूल किया। फिर ब्रिटिश सरकार ने उन्हें इस जुर्म के लिए फांसी की सजा सुनाई और तकरीबन 23 मार्च 1931 तारीख को उनको फाँसी दे दिया गया।


FAQ, s

Q1. भगत सिंह की उम्र कितनी थी ?

Ans. वीर भगत सिंह के जन्म के अनुसार उनकी जीवन काल लगभग 23 वर्ष की थी।

Q2. फांसी के वक्त भगत सिंह की उम्र कितनी थी?

Ans. फांसी के वक्त वीर भगत सिंह की उम्र महज 23 वर्ष थी और उन्होंने 23 वर्ष में ही अपना नाम पूरे भारत में कर दिया था।

Q3. भगत सिंह क्यों प्रसिद्ध है?

Ans. वीर भगत सिंह अपने कार्यों और बलिदानों के वजह से आज इतना प्रसिद्ध है उन्होंने महज 23 वर्ष की उम्र में अपना बलिदान अपने मातृभूमि के लिए दिया और लोगों के लिए सदा के लिए अमर हो गए।

Q4. सरदार भगत सिंह का जन्म कब हुआ था?

Ans. सरदार भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को हुआ था।

Q5. शहीद भगत सिंह की मृत्यु कब हुई थी?

Ans. शहीद भगत सिंह की मृत्यु 23 मार्च 1931 को हुई थी और इन्हें फांसी दिया गया था। 

Q6. भगत सिंह ने देश के लिए क्या किया?

Ans. भगत जी ने अपने देश के लिए अपना बलिदान दिया और लोगों के लिए सदैव अमर हो गए उन्होंने अपने वीरता और पराक्रम का परचम ब्रिटिश सरकार के सामने लहराया।


( अंतिम शब्द )

उम्मीद करता हूं, कि आप को मेरा यह लेख बेहद पसंद आया होगा और आप इस लेख के मदद से भगत सिंह का जन्म कब और कहाँ हुआ था, के बारे में जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे। हमने इस लेख में सरल से सरल भाषा का उपयोग करके आपको भगत सिंह के बारे में बताया है।

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