हॉकी में कितने खिलाड़ी होते हैं? | hockey mein kitne khiladi hote hain

hockey mein kitne khiladi hote hain :-  दोस्तों आप हॉकी खेल को तो जानते ही होंगे क्योंकि भारत के राष्ट्रीय खेल हॉकी ही है लेकिन क्या आपको यह पता है कि हॉकी में कितने प्लेयर होते हैं यदि नहीं पता है तो आज हम आपको हॉकी खेल के बारे में ही बताएंगे। इसके अलावा इस लेख में जानेंगे कि हॉकी के नियम क्या है और हॉकी का इतिहास क्या है? तो यदि आपको इस खेल के बारे में पूरी जानकारी लेनी है तो इस लेख को पूरा लास्ट तक पढ़ें और चलिए शुरू करते हैं इस पोस्ट को और जानते हैं कि हॉकी में कितने खिलाड़ी होते हैं?


हॉकी में कितने खिलाड़ी होते हैं? (hockey mein kitne khiladi hote hain)

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हॉकी खेल को दो टीमों के बीच खेला जाता है जिसमे प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं जिसमें एक खिलाड़ी goal keeper होता है और keepering करके गेंद को बचाता है जबकि 10 खिलाड़ी आगे खेलते हैं और इसके अलावा हॉकी के टीम में 5 खिलाड़ी अतिरिक्त भी होते हैं जो की टीम के किसी प्लेयर के घायल हो जाने पर खेलते हैं।


हॉकी का खेल और उसके नियम (Hockey Rules in Hindi)

1. हॉकी खेल को दो अलग-अलग टीमों के बीच खेला जाता है जिसमें पुरुष और महिला दोनों वर्ग के खिलाड़ी भाग ले सकते हैं  हॉकी की हर एक टीम में 11-11 खिलाड़ी होते हैं।

2. टीम के 11 खिलाड़ियों में एक कप्तान, एक गोलकीपर और मिडफील्डर और डिफेंडर होते हैं जो कि आगे होते हैं।

3. हॉकी खेल पूरे 70 मिनट के समय का होता है जिसमें 35 – 35 कर के दो राउंड होते हैं।

4. दोनों 35 राउंड के बीच बीच में 5 मिनट का समय रेस्ट के लिए होता है।

5. हॉकी के खेल को एक लंबा और घूमे दार स्टिक से खेला जाता है जिसे हॉकी स्टिक कहते हैं स्टिक सफेद रंग की होती है और इस स्टिक से ही बॉल को मारकर विरोधी के खेमे में डालना होता है हॉकी की बॉल सफेद कलर की होती है और उस का वजन 156 ग्राम से लेकर 163 ग्राम तक होता है।

6. हॉकी के दोनों टीम में 1-1 गोलकीपर होते हैं जो कि गोल पोस्ट पर खड़े होकर गोल रोकने की प्रयास करते हैं।

7. हॉकी के खेल के समय दो एंपायर होते हैं जिनका निर्णाय दोनों टीमों को मानना होता है।

8. किसी खिलाड़ी को चोट लग जाने के बाद एक बार बदला गया खिलाड़ी दुबारा उस खेल में वापस नहीं कर सकता है।

9. यदि हॉकी की बॉल गोलकीपर के क्षेत्र में हो, तो वह गोल को बचाने के लिए अपने शरीर के किसी भी भाग से बोल को रोक सकता है और किक मार सकता है।

10. इस खेल में गोलकीपर के अलावा कोई भी खिलाड़ी बॉल को अपने शरीर से नहीं रोक सकता है।

11. यदि पेनाल्टी के वक्त गोलकीपर द्वारा हॉकी खेल के नियमों का उल्लंघन किए जाने पर बॉल रुक भी जाए, तो उस बोल को गोल मान लिया जाता है।

12. हॉकी खेल में किसी खिलाड़ी पर  खेल के उल्लंघन करने के बाद पेनल्टी लगाने के लिए तीन कार्ड का प्रयोग किया जाता है – हरा कार्ड मिलने पर खिलाड़ी को दोबारा गलती ना करने की चेतावनी दी जाती है। पीला कार्ड मिलने पर खिलाड़ी को 5 मिनट के लिए खेल से बाहर कर दिया जाता है और लाल कार्ड मिलने के बाद खिलाड़ी को उस मैच के पूरे समय के लिए बाहर कर दिया जाता है।

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हॉकी का इतिहास क्या है?

हॉकी को दुनिया के सबसे पुराने खेलों में एक माना जाता है बताया जाती है इसकी शुरुआत 1527 में स्कॉटलैंड से हुई थी, उस समय इस खेल को अंग्रेजी भाषा में Hokie के नाम से जाना जाता था। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इसी जैसा खेल को उस समय मिस्र देश मे भी खेला जाता था। आधुनिक समय वाले हॉकी की शुरुआत 18वीं सदी के अंत और 19वीं सदी की शुरुआत बताई जाती है जब ब्रिटिश इस खेल को बढ़ावा दिया जाने लगा।

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भारत में हॉकी का इतिहास

अगर बात करें भारत में हॉकी की इतिहास की तो भारत में हॉकी खेल को सबसे पहले पश्चिम बंगाल के कोलकाता में खेला गया था और वहीं पर सर्वप्रथम भारतीय टीम का संगठन हुआ। उसके बाद 26 मई को सन 1928 मे भारत में पहली बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया और पहली बार ही स्वर्ण पदक जीतने में कामयाबी हासिल की। उस वक्त भारतीय हॉकी टीम का कप्तान मेजर ध्यानचंद सिंह थे जो हॉकी के जादूगर माने जाते हैं। उनके समय में भारत लगातार तीन बार 1928, 1932 और 1936 मे ओलंपिक हॉकी चैंपियन रहा और स्वर्ण पदक अपने नाम किया।


हॉकी किस देश का राष्ट्रीय खेल है?

आज हॉकी खेल को पूरे दुनिया में खेला जाता है  वहीं हॉकी कई सारे देशों का राष्ट्रीय खेल भी है जिनमें हॉकी भारत के राष्ट्रीय खेल के साथ-साथ पाकिस्तान, कनाडा और चेक गणतंत्र के भी राष्ट्रीय खेल है।

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भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान कौन हैं?

भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान Manpreet Singh है। Manpreet Singh भारत के ही नहीं बल्कि एशिया के बेहतरीन हॉकी खिलाड़ियों में गिने जाते हैं जिसके वजह से उन्हें वर्ष 2014 में एशिया के जूनियर प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब भी दिया गया था और हाल ही में हुए टोक्यो ओलंपिक 2021 में इनकी कप्तानी में भारतीय टीम कांस्य पदक जीती यह वह पल था जब भारत 41 साल बाद ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। और इन्होंने भारत को इंचिओन में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक दिलाया था।


हॉकी के खिलाड़ी

  1. आकाश चिकते 
  2. सूरज करकरे      
  3.  पीआर श्रीजेश
  4.  कृष्ण पाठक     
  5.  हरमनप्रीत सिंह 
  6.  रुपिंदर पाल सिंह           
  7.  सुरेंद्र कुमार      
  8.  दीपसान टिर्की   
  9.  गुरिंदर सिंह
  10.  नीलम संजीप ज़ेस         
  11.  बीरेंद्र लाकड़ा
  12.  अमित रोहिदास
  13.  कोठजीत खड़ंगब           
  14.  मनप्रीत सिंह    
  15.  सिमरनजीत सिंह          
  16.  एसके उथप्पा
  17.  सुमित 
  18.  नीलकांत शर्मा  
  19.  हरजीत सिंह
  20. सतबीर सिंह
  21.  चिंगलेनसाना कंगंजम    
  22.  गुर्जेंट सिंह        
  23.  अरमान कुरैशी  
  24.  मनदीप सिंह     
  25.  ललित उपाध्याय
  26.  लालविंदर सिंह  
  27.  एसवी सुनील    
  28.  आकाशदीप सिंह
  29.  सुमित कुमार    
  30.  अफ़ान यूसुफ    
  31.  रमनदीप सिंह

FAQ,s

हॉकी में कितने प्लेअर होते हैं? (hockey mein kitne player hote hain)

हॉकी खेल को दो टीमों के बीच खेला जाता है जिसमे प्रत्येक टीम में 11 प्लेअर होते हैं

भारत ने हॉकी में प्रथम ओलंपिक स्वर्ण कब जीता?

भारत ने हॉकी में प्रथम ओलंपिक स्वर्ण एम्सटर्डम ओलंपिक 1928 मे जीता था।

हॉकी का जादूगर किसे कहा जाता है?

हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद सिंह को बोला जाता है क्योंकि मेजर ध्यानचंद सिंह अपने समय में भारत को लगातार तीन बार ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे। वह हॉकी में इतने माहिर थे कि  मैदान पर खेलते थे तब वे गेंद को हॉकी स्टिक से इतनी चिपका के रखते थे की विरोधी टीम को शक होता था कि उनकी हॉकी स्टिक में चुंबक है।

ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर क्यों कहा जाता है?

ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर इसलिए बोला जाता था क्योंकि वह हॉकी में इतने माहिर थे कि  मैदान पर खेलते थे तब वे गेंद को हॉकी स्टिक से इतनी चिपका के रखते थे की विरोधी टीम को शक होता था कि उनकी हॉकी स्टिक में चुंबक तो नही है जिसके कारण कई बार उनके हॉकी स्टिक को तोड़कर चेक भी करवाया गया।

हॉकी खिलाड़ी अशोक कुमार किस ओलंपिक खिलाड़ी के पुत्र हैं?    

हॉकी खिलाड़ी अशोक कुमार भारतीय के पूर्व हॉकी के दिग्गज खिलाडी मेजर ध्यानचंद के बेटे हैं। अशोक कुमार उस वक्त के भारतीय हॉकी टीम के सदस्य खिलाडी थे जब 1975 के हॉकी विश्व कप जीती थी।

इस खेल में खेल रहे दोनों टीमों में से किसी टीम को जीतने के लिए उनको उनकी विपक्षी टीम के गोल पोस्ट में गोल को डालना होता है जिसके बाद गोल्ड डाले हुए टीम को पॉइंट दिया जाता है और जिस टीम की गोल पॉइंट सबसे ज्यादा होती है उस टीम की जीत माना जाता है।

भारत ने हॉकी में 1 गोल्ड मेडल कब जीता था?

भारत ने हॉकी में सबसे पहले गोल्ड मेडल 1928 ओलंपिक मे जीता था। (ज्यादा जानने के लिए यहां click करें)

हॉकी का जादूगर किसे कहा जाता है?


हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद सिंह को बोला जाता है (ज्यादा जानने के लिए यहां click करें)

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hockey mein kitne khiladi hote hain (video)

[ निष्कर्ष ]

दोस्तों इतना सब पढ़ने के बाद हमें उम्मीद है कि अब आप जान चुके होंगे कि हॉकी में कितने खिलाड़ी होते हैं? इसके अलावा आपको अब यह भी पता चल गया होगा कि हॉकी खेल खेलने के नियम क्या होते हैं और हॉकी खेल इतिहास क्या है?. तो इन सभी जानकारियों के साथ चलिए अब इस लेख को यहीं पर समाप्त करते हैं.. धन्यवाद


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